
Dera Sacha Sauda Sirsa
सलाबतपुरा : डेरा सच्चा सौदा की पंजाब ब्रांच सलाबतपुरा में डेरा सच्चा सौदा(Dera Sacha Sauda) संस्थापक शाह मस्ताना जी के जन्मदिवस पर नामचर्चा का आयोजन किया गया। यहां काफी बड़ी तादाद में डेरा प्रेमी(Dera Follower) पहुंचे हुए थे। डेरा प्रेमिओं ने पंजाब में एकजुटता बनाये रखने के लिए सभी ने एक साथ हाथ उठाकर एकता का इजहार किया। गौरतलब है कि नवंबर माह में डेरा सच्चा सौदा के संस्थापक शाह मस्ताना जी(Shah Mastana Ji) का जन्मदिन संगत मनाती है। लेकिन अब क्यूंकि अगले वर्ष पंजाब में विधानसभा चुनाव होने है इस लिए इस नामचर्चा के राजनितिक मायने भी निकाले जा रहे हैं।

डेरा सच्चा सौदा के लिए खास है सलाबतपुरा
डेरा सच्चा सौदा की सलाबतपुरा ब्रांच में डेरा सच्चा सौदा सिरसा(Dera Sacha Sauda Sirsa) से भी मुख्य अधिकारी आये हुए थे। सलाबतपुरा(Salabatpura) में काफी लम्बे समय के बाद ये नामचर्चा हुई है। क्यूंकि कोरोना काल से पहले भी डेरा विरोधी ताकतों के विरोध के चलते नाम चर्चा पर रोक लगी हुई थी। आपको याद दिला दें कि डेरा प्रमुख बाबा राम रहीम इंसा(Ram Rahim Insan) ने यहीं से जाम ए इंसा(Jaam E Insa) दिवस की शुरुआत साल 2007 में की थी। यहां बाबा ने अपने प्रेमिओं को जाम पिलाया था। इसके बाद पंजाब में काफी हिंसा भड़की थी।

राजनितिक पार्टियों में मची खलबली
डेरा सच्चा सौदा की सलाबतपुरा नामचर्चा ने सभी राजनितिक पार्टियों के कान खड़े कर दिए हैं क्यूंकि राजनितिक पार्टियां (political parties)अभी तक यही सोच रही थी कि बाबा राम रहीम के सुनारियां जेल में होने के चलते उनके प्रेमियों में कमी आई होगी , लेकिन वास्तव में ऐसा हुआ नहीं क्यूंकि डेरा सलाबतपुरा में हुई नामचर्चा में डेरा प्रेमियों ने पुरे पंजाब भर से पहुंचकर एकजुटता दिखाई है। अब राजनीतक पार्टियां डेरा प्रेमिओं को रिझाने के प्रयास शुरू करेंगी। एक बात तो साफ है कि डेरा सच्चा सौदा (Dera Sacha Sauda)पहले भी किसी न किसी राजनीतक पार्टी को सपोर्ट करता रहा है लेकिन डेरा कोई किसी भी राजनीतक पार्टी से कोई ज्यादा फायदा नहीं हुआ। अभी-अभी बेअदबी मामले में डेरा सच्चा सौदा ने डेरा प्रेमियों की गिरफ्तारी होने पर इसे राजनीतक षड्यंत्र (political conspiracy)बताया है अब देखना होगा कि डेरा आगे क्या रणनीति(strategy) बनाता है।