
Yaas Cyclone
कुदरत के कहर के आगे इंसान बेबस ही हो जाता है ऐसा ही कुछ हमे पश्चिम बंगाल में देखने को मिला क्यूंकि पहले ही इस चक्रवात की सुचना मौसम विभाग द्वारा दे दी गयी थी लेकिन फिर भी तूफान ने भयानक तबाही मचाई है। बंगाल सरकार द्वारा किये गए सब प्रबंध धरे के धरे रह गए और तूफान यास तबाही मचाते हुए आगे निकल गया छोड़ गया तो हज़ारों पानी में डूबे हुए घर। आपको बता दें कि यास तूफान से हज़ारों घर जमीनदोज हो गए हैं।
यहां गंगासर का सबसे मशहूर मंदिर कपिल मुन्नी मंदिर भी जलमंगन हो गया। वहीं एनडीआरएफ की टीमें अब बचाव कार्यों में जुट गयी हैं। सबसे ज्यादा नुकसान कृषि को पहुंचा है क्यूंकि खेतों में समुन्द्र का नमकीन खारा पानी घुसने से वहां तैयार फसल भी नष्ट हो गयी हैं। आपको बता दें कि यास तूफान से एक करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। बंगाल के इलावा ओडिशा , बिहार , झारखंड , तमिलनाडु में भी तूफान यास का असर देखने को मिला। तूफ़ान के दौरान 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चली। इस तूफान को देखते हुए सबसे व्यस्त हवाई अड्डों को बंद कर दिया गया था।