अपनी बदहाली पर खून के आंसू बहाते पिंजरे में बंद पक्षी -The hidden costs of keeping birds in cages
अपनी बदहाली पर खून के आंसू बहाते पिंजरे में बंद पक्षी
भगवान ने धरती पर तरह -तरह के पक्षियों की रचना की है । खुले आसमान में उड़ना उनका स्वभाव है और इस में वो बहुत खुश भी रहतें हैं । भगवान ने उनको पंख इसलिए दिए ताकि वो उड़ सकें । जिस तरह हमें घर या जेल में कैद रहना पसंद नहीं ,वैसे उन्हें भी पिंजरे में कैद होकर रहना पसंद नहीं है। इससे उन पर नकारत्मक प्रभाव पड़ता है।
भले ही पालक अपने पालतू पक्षियों को दाना -पानी देते हैं ,जिससे उनका पेट तो शायद भर जाता है ,लेकिन संतुष्टि नहीं मिलती। जो आनंद पेड़ों पर फल खाने का है ,वह भला पिंजरे के पकवानो में कहां ?The hidden costs of keeping birds in cages
जो पक्षी पिंजरे में कैद रहते हैं , वे घोंसला बनाना भूल जाते हैं-The hidden costs of keeping birds in cages
जो पक्षी पिंजरे में कैद रहते हैं , वे घोंसला बनाना भूल जाते हैं। क्योंकि उन्हें इसकी जरूरत ही नहीं पड़ती। यहां तक कि उनकी उड़न क्षमता भी समाप्त हो जाती है। उनके पंख इतने निषिक्रय और बेजान हो जाते हैं कि उनमे उड़ने कि ताकत या समर्थ नहीं रह जाता। ऐसे में यदि उन्हें पिंजरे से मुक्त भी कर दिया जाए ,तो वे ठीक से उड़ नहीं पाते और अन्य जीवों का शिकार बन जाते हैं।
पिंजरे में कैद रखकर हम उनकी वंशवृद्धि को रोकते हैं।
नर और मादा का मिलन नहीं होने से उनकी संतति आगे नहीं बढ़ पाती। वे अंडे देने ,सेने और नन्हे बच्चों के पालन -पोषण से वंचित रहते हैं।The hidden costs of keeping birds in cages
गोरैयों और चूजों को भी तरह तरह के रंगों से रंगकर विदेशी पक्षी बताकर बेचा जाता है। केमिकल के कारण बेचारे पक्षी बीमार पड़ते हैं और लम्बे समय तक जीवित नहीं रह पाते।The hidden costs of keeping birds in cages
यदि उन्हें लम्बे समय से पिंजरे में कैद रखा जाए तो उनका स्वास्थ्य प्रभावित होता है। उनकी शारीरक गतिविधियां समाप्त हो जाती है। उड़ने से उनका शारीरक व्यायाम होता है जो कि पिंजरे में बाधित हो जाता है।
पक्षियों के प्रति प्रेम रखें ,लेकिन उसे प्रदर्शित करने के लिए उन्हें कैद न करें। जब आप और हमें कैद रहना रास नहीं आता ,तो उन्हें कैसे आएगा ? आजाद रहना उनका स्वभाव और हक भी है। हमें उनसे यह हक छीनने का अधिकार नहीं है।
पक्षियों के लिए अपने घर की बालकिनी या बरामदे में दाना और पानी का स्कोर रख दें ,ध्यान रहे वहां बिल्ली बगैरह न जा सके ताकि पक्षी आराम से दाना पानी लेकर अपना पेट भर सकें , और उन्हें कैद न करके आजाद हो उड़ने दें अपनी दुनियां में । उन्हें पिंजरे में कैद करके उनकी आजादी न छीने इस बात का खास ध्यान रखें।
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