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Jaipur Iqbal Murder Case
Jaipur Iqbal Murder Case : हिंसा व नफरत फैलाने में कामयाब रहे हैं हमारे टीवी चैनल और राजनितिक पार्टियां
नई दिल्ली :Jaipur Iqbal Murder Case –हमारा देश भारत जो कभी अनेकता में एकता की पूरी दुनियां में एक बड़ी मिशाल हुआ करता था। दूसरे देशो के लोग हमसे सीखा करते थे कि अगर इंसानियत सीखनी है तो भारत से सीखो। शायद इसी वजह से हमारे देश भारत को संस्कृतक तौर पर गुरु देश कहा जाता रहा है। लेकिन पिछले एक दशक से हमारा देश भारत नफरत की आग में इतना बुरी तरह से जल रहा है जितना शायद ही पहले कभी जला हो।
यहां धर्म, जाति नस्ल के नाम पर जो हिंसा हुई है पुरे देश को दुनियां में शर्मसार किया है। ऐसा क्यों हुआ इसके पीछे के कारणों पर नज़र डालें तो पाएंगे कि हमारी राजनितिक पार्टीज़ व कुछ बदनाम टीवी चैनलों ने समाज में इतनी नफरत पैदा कर दी कि आज हम उसका नतीजा भुगत रहे हैं।
क्या आपने कभी टीवी चैनलों पर महंगाई, बेरोजगारी, भुखमरी, गरीबी, चोरी या अन्य कई तरह के क्राइम होते हैं उनपर डिबेट देखी है ? आपका जवाब नहीं में ही होगा ! कम से कम पिछले एक दशक से तो ये मुद्दे बिलकुल टीवी से गायब ही हो गए हैं जैसे कि देश में ये कोई समस्या ही नहीं बची हो।
टीवी चैनल ने हमेशा हिन्दू मुस्लिम पर घंटो घंटो तक डिबेट की है और इसका नतीजा भी मिलने लगा है आज बच्चा बच्चा हिन्दू मुस्लिम जान गया है जो पहले नहीं जानते थे कि हिन्दू कौन है मुस्लिम कौन है सब बच्चे मिलकर रहते थे। लेकिन अब तो हिन्दू मुस्लिम के नाम पर इतनी नफरत बच्चों में भर दी गयी की बच्चे एक दूसरे को मौत की घाट उतारने लगे हैं।
भारत इस समय सम्रदायक हिंसा की आग में इतना जल रहा है कि आये दिन ही किसी न किसी राज्य या शहर से धर्म के नाम पर फैली हिंसा की खबरे आती रहती है। मणिपुर में जातिगत हिसां अभी तक जारी है तीन महीने से ज्यादा का समय हो चूका है। अभी हालही में दो बच्चे गायब हो गए उनकी हत्या कर दी गयी ये बच्चे भी जातिगत हिंसा का शिकार हुए। मणिपुर में पिछले चार महीनो से इंटरनेट बंद है। Jaipur Iqbal Murder Case
अभी दो दिन पहले दिल्ली में एक मुस्लिम युवक को सिर्फ इसलिए मार डाला क्यूंकि उसने मंदिर से केले का प्रसाद खा लिया था। वहीं जयपुर में इक़बाल नाम की युवक को बाइक से टक्कर होने की बाद उसे पीट-पीट कर मार डाला ये भी सम्र्पदायक हिंसा है।
इतना ही नहीं लोकतंत्र के सबसे बड़े मंदिर संसद में भी बीजेपी नेता रमेश बिधूड़ी ने जो बोला हम सबने देखा होगा किस तरह से एक दूसरे महजब के सांसद को एक सांसद गाली दे रहा है आंतकी बोल रहा है जिस सांसद पर अपने इलाके में शांति स्थापित करने की जुमेवारी होती है वही सांसद ऐसे नफरत फेलायेंगे तो कौन इस देश को बचाएगा ? ये महज़ कुछ बानगी है। आज मीडिया में फिर से इन्ही घटनाओं को लेकर हिन्दू मुस्लिम किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि घटना ने सम्प्रदायक रंग ले लिया है ? Jaipur Iqbal Murder Case
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हैरानी होती है , कि भारत में सम्प्रदायकता की आग जलाने वाला मीडिया या कुछ राजनीतक पार्टियां इन घटनाओं पर घड़याली आंसू बहा रहे हैं। उन चंद राजनेतओं को ये समझ क्यों नहीं आता है कि जब आपने नफरत की चिंगारी शुरू की थी औऱ उस पस सम्प्रदायकता का पेट्रोल मीडिया ने डाला था तो आग लगना स्भाविक ही था। ये अभी आम जनता भुगत रही है लेकिन आग उनके घरों तक भी पहुंच जाएगी। क्यूंकि राहत इन्दोरी साहब ने भी कहा कि लगेगी आग तो आएंगे कई घर जद में यहां पर सिर्फ हमारा मकान थोड़ी है।
सबसे बड़ी औऱ हैरानीजनक बात ये है कि देश में इतना कुछ क्राइम हो रहा है लेकिन हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं कि अपनी चुपी नहीं तोड़ रहे हैं ऐसा नहीं कि वो बोलते नहीं मोदी बहुत बोलते हैं यहां तक की अपना यूट्यूब चैनल भी सब्सक्राइब करवा रहे हैं। लेकिन मणिपुर मुद्दे पर , रमेश विधूड़ी जो उनकी ही पार्टी के सांसद हैं उन पर कुछ भी नहीं बोल रहे।
खबर आई है कि गालीबाज सांसद को अब राजस्थान भेजा जायेगा क्यूंकि उसे गुज्जर समुदाय के वोट टारगेट किये जायेंगे। शायद ये गालीबाज सांसद वहां गर्व से कहेंगे कि देखो लोकतंत्र के मंदिर में सरेआम हिन्दू मुस्लिम की आग लगाकर आया हूँ , सरेआम गालीगलोच करके आया हूँ। ये सांसद गुज्जर समुदाय से आते हैं। Jaipur Iqbal Murder Case
इस समय हम बीजेपी पार्टी व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार से तो यही उम्मीद कर सकते हैं , प्रधानमंत्री आखिर क्यों मुँह पर दही जमा कर बैठे हैं ये बात समझ से बाहर है। इसलिए आम जनता को अब खुद ही ऐसे लोगों के खिलाफ आवाज उठानी पड़ेगी जो समाज में नफरत का जहर फैला रहे हैं। ऐसे नेताओं या टीवी चैनल्स का बॉयकॉट करना ही होगा। वरना ये नेता व तमाम इनके खरीदे हुए चैनल हमे 100 साल पीछे ले जायेंगे।