मुंबई की फ़िल्मी दुनिया का काला सच , नई लड़कियों को बिस्तर शेयर करने पर मिलता है फ़िल्मी दुनिया में काम How new girls are entered in Bollywood
नई दिल्ली : मुंबई की फ़िल्मी दुनियां जितनी बाहर से चमकती दिखती है वास्तव में उतनी है नहीं , How new girls are entered in Bollywood फिल्म इंडस्ट्री में यहां आने वाली खास कर नई लड़कियों को जो कुछ करना पड़ता है उसे जानकर किसी भी सभ्य इंसान की रूह कांप जाएगी। यहां लड़कियों के शरीर को एक प्रोजेक्ट के तौर पर ही देखा जाता है। फ़िल्मी दुनियां की इस काली दुनियां में लड़कियों को अपने अनुभव या अभिनव के आधार पर काम नहीं मिलता , जितना की उनको कोम्प्रो या बोल्ड काम करने के लिए सहमत होने पर मिलता है।
अपने शहर में छोटे मोटे वीडियोस या कोई शो में काम करने वाली लड़की ने जब मुंबई की फ़िल्मी दुनियां में कदम रखा तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गयी। यहां जो कुछ उनसे देखा उसे आये दिन जो कुछ सहन करना पड़ा , ये सच में बाहर से चमकती फ़िल्मी दुनियां का अंदर से एक काला सीन ही था। यहां लड़कियों को दोस्ती के नाम पर क्या क्या करना पड़ता है ये कल्पना से बाहर है।
यहां दोस्ती के नाम पर लड़कियों को अपने पुरुष पार्टनर के साथ साथ सोना तो एक साधारण सी बात है। यहां नई लड़कियों के लिए इस काली इंडस्ट्री में एंट्री करना तो बहुत ही मुश्किल है। जब कोई लड़की पहली बार ऑडिशन के लिए जाती है तो उसे शरीर को ऊपर से निच्चे तक देखा जाता है। लड़की से कहा जाता कि तुम जितना अच्छे तरिके से दिखा सकती हो उतने ही अच्छे से आपको इस इंडस्ट्री में काम मिलेगा।
बॉलीवुड में कैसे होती है नई लड़कियों की एंट्री How new girls are entered in Bollywood
यहां तो कई ऐसे ऐसे भी डायरेक्टर फिल्म चयनकर्ता बैठे हैं जो कोई काम तो लड़कियों को उपलब्ध नहीं करवाते पर अपनी आंखे सेकने के लिए ही लड़कियों को बार बार बुला लेते हैं। यही लोग लड़कियों को फिल्म में रोल देने के बहाने पहले अपने साथ बिस्तर शेयर करने व रोमांस करने को बोलते हैं ताकि वो उस लड़की के खुलेपन को चेक कर सके। बाद में अगर लड़की ज्यादा ओपन विचारों वाली है तो थोड़े बहुत चांस होते है कि काम मिल जाये नहीं तो ये उस लड़की के साथ एन्जॉय भी कर लेते हैं और काम भी नहीं देते। क्यूंकि काम होता ही नहीं है इनके पास ये तो बस लड़कियों के शरीर से आँखे सेक सकें।
यहां लड़कियों से ऑडिशन में यही पूछा जाता है कि क्या आप कोम्प्रो कर लेंगी , बोल्ड कर लेंगी , कोम्प्रो से मतलब होता है उनके साथ सोना , अगर ये काम लड़की कर लेती है तो बॉलीवुड में काम मिलना आसान हो जाता है। इसके बिना तो इंडस्ट्री में काम मिलना बहुत ही मुश्किल है। साफ़ सुथरा काम बॉलीवुड में नहीं के बराबर होता है। इसके इलावा न्यूड वीडियोस , फोटोज , शूट करना भी एक अलग तरह का काम है इसमें विज्ञापन भी खूब मिलते हैं। यहां भी इन कम्पनीज के एजेंट लड़कियों के शरीर के साथ खिलवाड़ करना नहीं भूलते।
यानि लड़कियों के शरीर के साथ हर जगह ही खिलवाड़ होना ही है। तभी वो ऐसी इंडस्ट्री में काम कर पाएंगी। कुछ लड़कियों तो इन से समझौता कर ये दलदल चुन लेती हैं वहीं कुछ लड़कियां जो ये ये सब सहन नहीं कर पाती वो घर का रस्ता चुन लेती हैं।
नोट : ये उपरोक्त जानकारी एक लड़की ने एक इंटरव्यू बताई थी। जो किसी छोटे शहर से बॉलीवुड की चमकती दुनियां से प्रभावित होकर अपने घर वालों से लड़कर मुंबई पहुंची थी। लेकिन यहां जो उसने देखा उसे देखकर उसके होश ही उड़ गए।
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