
child pornography case / interpol
पोर्न रैकेट पर एक बड़े खुलासे ने देश को झकजोर दिया है सीबीआई छापे के बाद एक चाइल्ड पोर्नोग्राफी का काला सच सामने आया है। एक नेशनल न्यूज़पेपर में छपी खबर के अनुसार पोर्न रैकेट के अपराधी अपना शिकार नाबालिग लड़कों व लड़कियों को बनाते हैं ये अपराधी बच्चों से पोर्न वीडियो के लिंक ग्रुप में शेयर करवाते हैं व इन्हे बदले में दो से तीन डॉलर यानि लगभग 210 भारतीय रुपए प्रति लिंक के दिए जाते हैं।
सबसे पहले सीबीआई ने इंटरपोल के साथ मिलकर गोवा के एक आरोपी को पकड़ा था जाँच में पता चला कि उसने दो दर्जन से ज्यादा बच्चों का शोषण किया है व उनसे पोर्न वीडियो रिकॉर्ड करवाए अन्य ग्रुप्स में शेयर भी करवाए थे। इसी तरह जाँच की कड़ी से कड़ी जुड़ती गयी। अब सीबीआई इस मामले में मंगलवार को भारत के 14 राज्यों के 45 जिलों में छापेमारी कर कर चुकी है। सीबीआई भारतीय लिंकों के साथ-साथ इंटरनेशनल लिंक भी तलाश रही है।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि, ‘इंटरपोल का डेटा चिंताजनक है. यह ऑनलाइन बाल यौन शोषण के 24 लाख मामलों को दर्शा रहा है, जिसमें 80 फीसदी पीड़ित युवा लड़कियां हैं.’ सीबीआई ने अपने ऑपरेशन के तहत 50 ऑनलाइन सोशल मीडिया ग्रुप टारगेट किया है, जिसमें दुनिया भर के 5,000 आरोपी शामलि हैं, जो सीएसएएम को साझा करते हैं और बेचते हैं।

राजस्थान में मिला नाबालिग आरोपी
सीबीआई अधिकारीयों के अनुसार जब टीम ट्रेकिंग करते हुए नागौर के आरोपी तक पहुंची तो यहां आरोपी 17 वर्षीय नाबालिग निकला। जाँच में पता चला कि ये आरोपी नाबालिग सोशल मीडिया व अन्य बड़े विदेशी प्लेटफार्म का हिस्सा था यहां सीबीआई ने द्वारा इसका मोबाइल जब्त कर इसके पैसों के लेनदेन के बारे में जाँच की जा रही है। सीबीआई के अन्य सूत्र ने बताया कि इस गैंग के अन्य आरोपियों के भी विदेशों से सम्पर्क थे। ये आरोपी बच्चों के लिंक सोशल मीडिया ग्रोपों में शेयर करते थे। इन्होने ओनली फॉर चाइल्ड पोर्न नाम से ग्रुप बना रखा था। आपको बता दें कि सीबीआई पंजाब ,हरियाणा , बिहार , राजस्थान व मध्यप्रदेश में छापे मरी कर चुकी है।

पोर्न देखने के मामले में भारत टॉप 10 देशों में आता है। भारत में हर घंटे में एक चाइल्ड पोर्न वीडियो बनाया जाता है एक सर्वे के अनुसार जो इंटरनेट पर पोर्न कंटेंट उपलब्ध है उसमे से 35 प्रतिशत कंटेंट युवाओं व बच्चों से जुड़ा हुआ है वहीं भारत में 50 प्रतिशत से ज्यादा लोग पोर्न देखते हैं हालाँकि भारत में 3500 से ज्यादा पोर्न वेबसाइट्स बैन हैं लेकिन फिर भी 40 प्रतिशत डाउनलोडिंग पोर्न की ही होती है।