
Bharat Bandh - Kisan Andolan
New Delhi : कृषि कानूनों के खिलाफ किसानो का आंदोलन पिछले लगभग एक साल से जारी है। अभी भी किसानो का आंदोलन गाज़ीपुर बार्डर व् संभु बार्डर पर जारी है इसके इलावा टिकरी बार्डर व् कुंडली बार्डर पर भी किसानो ने आंदोलन के चलते जाम लगा रखे हैं। कृषि कानूनों के विरोध के लिए किसानो ने आज पुरे देश में भारत बंद का आह्वान किया है।
भारत बंद का आह्वान
सयुंक्त किसान मोर्चा द्वारा आज सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक भारत बंद की घोषणा की गयी है। भारत बंद के फैसले पर कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने किसान नेताओं से बातचीत करने का प्रस्ताव दिया। जब राकेश टिकैत से कृषि मंत्री के बातचीत प्रस्ताव के बारे में पूछा गया तो राकेश टिकैत ने कहा कि कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर रट्टू मंत्री हैं। जैसे बच्चों को स्कुल में रटाया जाता है वो उतना ही बोलते हैं यही कृषि मंत्री कर रहे हैं जो केंद्र उनको बोलने के लिए कहता है वो बोलते हैं उनके पास खुद की कोई पावर नहीं है।

कानून वापसी तक जारी रहेगा किसान आंदोलन
उन्होंने कहा कि छोटे छोटे मसलों पर भी तोमर फ़ोन करने लगते हैं , उन्हें अपने उच्च अधिकारीयों से पूछना पड़ता है। टिकैत पहले भी कह चुके हैं कि जिसको पूरी पावर हो उसे ही बातचीत करने के लिए भेजा जाये। वैसे अगर कृषि मंत्री बातचीत करना चाहते हैं तो हम हर बार तैयार हैं वो सुधार करना चाहे तो कर लें लेकिन जब तक कृषि कानून वापस नहीं होंगे तब तक किसान यहां से जाने वाले नहीं है चाहे इसके लिए दस साल भी क्यों न लग जाएँ।

उन्होंने कहा कि किसान कानूनों को रद्द करवाकर ही वापस जायेंगे। टिकैत ने कहा कि जो मसले बातचीत से हल हो सकते हैं ये लोग उन्हें बंदूक की गोली से हल करवाना चाहते हैं ऐसा बिलकुल नहीं होगा।
आपको बता दें कि दिल्ली बॉर्डर पर बैठे किसानो को 300 दिनों से ऊपर का समय हो चूका है। केंद्र व किसानो के बीच 10 दौर की बातचीत भी हो चुकी है जो बेनतीजा रही। किसानों व केंद्र की आखरी बातचीत जनवरी में हुई थी।