क्या सच में कोयला हुआ खत्म या अडानी ने स्टोर किया सारे देश का कोयला !
New Delhi : देश में बिजली की किलत अभी जारी है क्यूंकि देश में कोयले की भारी कमी बताई जा रही है। देश बिजली उत्पादन का 70 % हिसा कोयले से पूरा करता है , बाकि अन्य चीजों से किया जाता है। आपको बता दें कि चीन जैसे विकसित देश भी बिजली किलत से जूझ रहे हैं यहां भी घुप अँधेरा छाया हुआ है
भारत ने खरीदा था 20 लाख टन कोयला
वहीं अगर भारत के राज्यों पंजाब , हरियाणा , राजस्थान व दिल्ली की बात करें तो यहां लगभग 7 से 8 घंटे के बिजली कट लग रहे हैं। लेकिन चौंकाने वाली बात ये सामने आई है कि भारत में बिजली कमी का कारण कोयले की कमी बताया जा रहा है जबकि तीन चार दिन पहले ही भारत ने 20 लाख टन कोयला चीन की बंदरगाहों से खरीदा था ये 20 जहाज ऑस्टेलिया से आये थे कोयला चीन को सप्लाई होना था लेकिन मौके पर चीन ने ऑस्ट्रलिया को धोखा दे दिया और उनसे कोयला नहीं खरीदा।
भारत ने इस मौके का फायदा उठाते हुए 20 लाख टन कोयला खरीदा , वहीं ऑस्ट्रेलिया व दुनियां को संदेश दिया की भारत अपने मित्र देशों की मुश्किल समय में सहायता करता है। वहीं चीन के लिए उसकी ये चल उलटी पड़ गयी। लिहाजा उसे बिजली संकट का सामना करना पड़ रहा है।
क्यों गहराया बिजली संकट
लेकिन हैरानी होती है कि भारत क्यों बिजली संकट का सामना कर रहा है वो भी इतना कोयला भंडार होने पर ? केंद्र सरकार भी कह चुकी है कि देश में कोयले की कोई कमी नहीं है देश में प्राप्त मात्रा में कोयला है। फिर क्यों कोयला नहीं दिया जा रहा ? सूत्रों से जानकारी मिली है कि दरअसल वो कोयले का भंडार गौतम अडानी ने खरीदा था अडानी ने कोयले को अपने स्टोरों में स्टोर कर लिया है। वहीं दूसरी तरफ देश भयंकर बिजली का सामना कर रहा है। देखना होगा कि अब कैसे समझौता बन पाता है व देश में कोयले की सप्लाई शुरू होती है।
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