
charanjit singh channi
Chandigarh : आखिरकार कल से चल रही इंतज़ार की घड़ियां खत्म हो गयी कांग्रेस आलाकमान ने पंजाब के नए मुख्यमंत्री का चुनाव कर दिया है , पंजाब के नए मुख्यमंत्री दलित वर्ग से चरणजीत सिंह चन्नी चुने गए हैं। पंजाब मामलो के प्रभारी हरीश रावत ने ट्वीट कर ये जानकारी दी है।
आपको बता दें कि चरणजीत सिंह चन्नी पिछली अकाली सरकार के दौरान पंजाब कांग्रेस की तरफ से विपक्ष के नेता रह चुके हैं। चरणजीत चन्नी रामदासिया सिख वर्ग से आते हैं। कांग्रेस की तरफ से राज्य के आगामी विधानसभा में दलित वर्ग को रिझाने के लिए चन्नी को अगले विधानसभा चुनावों तक राज्य के मुख्यमंत्री की कमान सौंपी गयी है। वहीं सुखजिंदर सिंह रंधावा व बर्म मोहिंद्रा को उप मुख्यमंत्री बनाना तय हुआ है।

चन्रजीत सिंह चन्नी इससे पहले तीन बार चमकौर साहिब से विधायक रह चुके हैं। चन्नी 2017 में निर्दलीय चुनाव जीते थे। बाद में वह 2 बार कांग्रेस की तरफ से एमएलए रहे वहीं 2016 से 2017 तक पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे , चन्नी इसे पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार में टेक्निकल एजुकेशन और इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग मंत्री भी रह चुके हैं। बताते चलें कि अगस्त में हुई कैप्टन के खिलाफ बगावत में चन्नी सबसे आगे थे उन्होंने भी कैप्टन के कार्यों से असंतुष्टि जताई थी।
पहले क्या हुआ था मंथन :
चरणजीत चन्नी को मुख्यमंत्री बनाये जाने से पहले नवजोत सिद्धू ने अपने खुद के सीएम बनने का दावा पेश किया था लेकिन क्यूंकि वो खुद पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हैं इस लिए हाई कमान ने उनकी बात पर विचार नहीं किया। कांग्रेस हाई कमान सुखजिंदर रंधावा को मुख्यमंत्री बनाने पर विचार कर रही थी लेकिन सिद्धू इसके लिए राजी नहीं थे क्यूंकि सिद्धू ऐसा सीएम चाहते थे जो उनकी बात माने लेकिन रंधावा ऐसे नहीं है , वहीं चरणजीत चन्नी का नाम सिद्धू ने सुझाया था साथ ही दलित चेहरे का भी तोड़ निकल गया।

इस लिए हाई कमान ने एक ही नाम से कई निशाने साध लिए। कल से पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान चौ. सुनील जाखड़ का नाम भी सीएम के लिए आगे चल रहा था उनका सीएम बनना लगभग तय हो चूका था लेकिन फिर सिख चेहरे की मांग उठने लगी इस लिए चन्नी का नाम ही सबसे ऊपर आया , सुबह अम्बिका सोनी के भी CM बनने की बातें चली थी लेकिन उन्होंने स्वयं ही तबियत ख़राब होने व सिख चेहरा को ही सीएम बनाने का बोलते हुए खुद को अलग कर लिया।