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Amitabh Bachchan in 'Mukkadar Ka Sikandar
देखिए ‘ओ साथी रे ‘ गाने के शूट से पहले क्या बोला था अमिताभ बच्चन ने देखके आप भी हो जाएंगे हैरान |
मुक़द्दर का सिकंदर“(Mukkadar Ka Sikandar) एक 1978 में रिलीज़ हुई हिंदी फ़िल्म है, जिसमें अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) ने मुख्य भूमिका निभाई थी। यह फ़िल्म प्रकाश मेहरा के निर्देशन में बनाई गई थी और इसमें विनोद खन्ना, राखी, रेखा और अमजद ख़ान भी मुख्य भूमिका में थे। फ़िल्म की कहानी एक गरीब लड़के की है जो अपने सपनों को हक़ीक़त में बदलने के लिए संघर्ष करता है। अमिताभ बच्चन ने इस फ़िल्म में ‘सिकंदर’ का किरदार निभाया था, जिसे लोग आज भी याद करते हैं। यह फ़िल्म बॉलीवुड की प्रसिद्ध फ़िल्मों में से एक है और उस समय बहुत बड़ी सफलता मिली थी।
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इस फिल्म के सीन के दौरान जब अमिताभ को को स्पीच देनी थी और इसके बाद ‘ओ साथी रे ‘ गाना फिल्माया जाना था | स्पीच के लिए जो डाइलॉग्स लिखे गए थे ,उन्हें कादर खान ने लिखा था ,उन्होंने डायलॉग्स को अपने निजी जीवन के दर्द के आधार पर लिखा था |जब कादर खान ने यह सीन लिखा तो यह 16 पन्नों का हो गया |फिर जब अमिताभ ने वह 16 पन्ने देखे तो उन्होंने सीन ही करने से मना कर दिया |अमिताभ को लगा कि यह बहुत ही लम्बा है और ऐसा कोई तरीका नहीं है जिसे वह पुरे डायलॉग याद रख सकें |
Amitabh Bachchan in ‘Mukkadar Ka Sikandar
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बाद में अमिताभ में कादर खान को लेने के लिए अपनी कार भेजी |जब दोनों मिले तो अमिताभ ने कादर से कहा कि 16 पन्नों का डायलॉग नहीं कर पाएंगे |इसके बाद कादर खान ने खुद सीन पढ़कर अमिताभ को सुनाया |अमिताभ ने टेप रिकॉर्डर ऑन किया और सीन सुनते -सुनते रोने लगे |इसके बाद उन्होंने कादर खान से कहा -इसलिए तो मैं आपका फैन हूं |मुझे सीन खुद रिकॉर्ड करके दे दिया करो , क्योंकि तुम्हारे जैसा कोई नहीं पढ़ सकता है |