सभापति जगदीप धनखड़ मिमिक्री मामले पर बोले राहुल गाँधी
सभापति जगदीप धनखड़ मिमिक्री मामले पर बोले राहुल गाँधी
नई दिल्ली : कल तृणमूल कांग्रेस के नेता कल्याण बनर्जी द्वारा संसद भवन के बाहर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री करना एक बड़ा मुद्दा बन गया है। इस मामले पर बीजेपी लगातार राहुल गाँधी को घेर रही है क्यूंकि राहुल गाँधी ने इस मिमिक्री का वीडियो रिकॉर्ड किया था। इस मिमिक्री पर खुद उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी उग्र नज़र आये उन्होंने राजयसभा में पूछा कि यही आपकी पार्टी के संस्कार हैं ?
उन्होंने कांग्रेस प्रधान मुलकार्जुन खड़गे से पूछा कि आपकी पार्टी के एक सीनियर नेता इस वीडियो को रिकॉर्ड कर रहे थे, क्या ये उपराष्ट्रपति के पद का अपमान नहीं है ? धनखड़ ने कहा कि अगर सिर्फ मेरे पर ही मिमक्री होती तो मुझे कोई समस्या नहीं थी लेकिन एक तो ये सभापति के पद की गरिमा को आहत किया है दूसरा हमारे किसान और मेरे समुदाय यानि जाट समुदाय के लोग भी नाराज़ हैं।
Rahul Gandhi Statement on Jagdeep Dhankhar mimicry
“…I don’t care about how much you insult Jagdeep Dhankhar. But I can’t tolerate (insult of) Vice President of India, farmers community, my community… I will not tolerate that I could not protect the dignity of my post, it is my duty to protect the dignity of this House..,”… pic.twitter.com/vLxUAtw6VG
— ANI (@ANI) December 20, 2023
इस मिमक्री को रिकॉर्ड करने वाले कांग्रेस नेता राहुल गाँधी ने न्यूज़ एजेन्सी एएनआई को जवाब देते हुए कहा कि इस देश में मुद्दा मिमक्री करना नहीं होना चाहिए। मुद्दा वो है जो कल 143 सासंद लोकतंत्र के मंदिर से बाहर कर दिए गए। उन्होंने मीडिया से कहा अब तो आप भी कुछ काम की न्यूज़ चलाया करो। राहुल गाँधी ने कहा राफेल , अडानी पर कोई चर्चा नहीं हो रही है। गाँधी ने मीडिया को कहा कि जो वीडियो मैंने रिकॉर्ड किया वो मेरे पास है मेरे फ़ोन में उससे किसी को कोई प्रॉब्लम नहीं है। जो कुछ दिखा रहा है वो मीडिया दिखा रहा है। उन्होंने कहा इससे मोदी जी प्रॉब्लम है।
अपनी राय : अगर इस मुद्दे पर अपनी राय दें तो भारत में मिमिक्री करना हर किसी का अधिकार है। क्यूंकि पहले भी डॉ मनमोहन सिंह पर बहुत सारी मिमक्री हुआ करती थी। सोनिया गाँधी, राहुल गाँधी जैसे तमाम नेताओं पर मिमक्री होती रही हैं और संसद में खुद पीएम मोदी जी ने भी राहुल गाँधी की मिमक्री की थी।
रही बात उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के जाट समुदाय के नाराज़ होने कि तो उन्हें भी ये ध्यान रखना चाहिए क्यूंकि वो उप राष्ट्रपति है जिस सविधानक पद की गरिमा को ठेस पहुंचने की बात कर रहे हैं उस पद पर बैठे व्यक्ति की कोई जाति,धर्म नहीं होता। वो एक सविधानक पद है वहीं तरुणमूल कांग्रेस के नेता ने जब ये मिमिक्री की तो उन्होंने कहीं भी जाटों पर कोई टिप्पणी नहीं की। इसमें जाटों का कोई भी अपमान नहीं है।
अगर किसी तरह भी उन्होंने जाटों पर कोई टिप्पणी की होती तो निश्चित तौर पर ये जाटों के खिलाफ होता या अपमान होता। इसलिए जगदीप धनखड़ जो सविधानक पद पर बैठे हैं उन्हें इस तरह जातिवाद वाला कार्ड नहीं खेलना चाहिए था। धनखड़ जिन किसानों की बात करते हैं क्या उन्होंने तब कुछ बोला था जब किसान आंदोलन दौरान 750 से ज्यादा किसानों की दिल्ली की बॉर्डर पर मौत हो गयी थी। यही नहीं खुद केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में ये बताया था की किसान आंदोलन में अब कुछ आंतकवादी खालिस्तानी घुस आये हैं। तब जगदीप धनखड़ कुछ नहीं बोले थे।
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