Gurdaspur Today News गुरदासपुर में तलवारों से स्कूल बस पर हमला हुआ ,डर के चीखते रहे बच्चे,4 पर केस
Gurdaspur Today News : गुरदासपुर में तलवारों से स्कूल बस पर हमला हुआ ,डर के चीखते रहे बच्चे,4 पर केस
बटाला : गुरदासपुर के श्रीहरगोबिंदपुर के गांव धीरोवाल के प्राइवेट स्कूल बस के नीचे आने से पालतू पिटबुल की मौत हो गई। इससे गुसाए मालिक समेत 4 लोगों ने बस को रोक लिया। उन्होंने तेजधार हथियारों से बस पर हमला किया। बस में डरे बच्चों में चीखो पुकार मच गई।
पुलिस ने चार लोगों पर मामला दर्ज किया है Gurdaspur Today News
बस चालक बलविंदर सिंह ने बताया कि रोज की तरह सुबह आठ बजे गांव औलख खुर्द से करीब 35 बच्चों और स्कूल टीचर्स को लेकर जा रहा था। जब वह गांव की मेन सड़क पहुंचे तो अचानक से 2 कुत्ते लड़ते हुए बस के नीचे आ गए। इसमें एक कुत्ते की मौत हो गई। वह करीब 2 किलोमीटर दूर ही पहुंचा था कि पीछे से बाइक पर बॉबी ,उसकी मां देवी ,गोपी व् निपी आ गए। Gurdaspur Today News
गोपी व् निपी ने बस पर तलवारें मारनी शुरू कर दीं। शोर सुन आसपास के लोगों ने उन्हें बचाया। वहीं ,पंजाब बाल अधिकार आयोग ने भी इस मामले में कुत्ता मालिकों के खिलाफ एसएसपी को कार्यवाई करने का निर्देश दिया।
तलवारों से हमला करने पर भारतीय कानून व सजा
भारत में, तलवार या किसी अन्य हथियार से किसी पर हमला करने का कार्य एक गंभीर अपराध माना जाता है और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के तहत दंडनीय है।
लागू होने वाली आईपीसी की विशिष्ट धारा हमले की गंभीरता और उसके आसपास की परिस्थितियों पर निर्भर करती है। उदाहरण के लिए:
आईपीसी की धारा 324 में “खतरनाक हथियारों या साधनों से स्वेच्छा से चोट पहुँचाना” शामिल है। दोषी पाए जाने पर, अपराधी को कारावास की सजा दी जा सकती है जिसे 7 साल तक बढ़ाया जा सकता है, और जुर्माना भी लगाया जा सकता है। Gurdaspur Today News
आईपीसी की धारा 307 में “हत्या का प्रयास” शामिल है। दोषी पाए जाने पर, अपराधी को 10 वर्ष की अवधि के कारावास की सजा दी जा सकती है, जिसे आजीवन कारावास तक बढ़ाया जा सकता है, और जुर्माना भी लगाया जा सकता है। धारा 324 के बारे में आप निच्चे लिंक पर Click करके विस्तार से जान सकते हैं
IPC के अलावा, भारतीय शस्त्र अधिनियम तलवारों सहित हथियारों के कब्जे, उपयोग और बिक्री को भी नियंत्रित करता है। शस्त्र अधिनियम के प्रावधानों का उल्लंघन करने पर जुर्माना और कारावास सहित अतिरिक्त कानूनी परिणाम हो सकते हैं। Gurdaspur Today News
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि किसी पर तलवार या किसी अन्य हथियार से हमला करने की सजा मामले के विशिष्ट तथ्यों और परिस्थितियों के आधार पर अलग-अलग हो सकती है, और सबूतों की पूरी तरह से जांच के बाद ही अदालत द्वारा निर्धारित की जा सकती है।
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